Business Idea: पढ़ाई के लिए नहीं था 1 रुपया, अब दूसरों को दे रही हैं रोजगार

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Business Idea: दोस्तों आज के समय में महिलाओ के लिए काफी अवसर निकाल के सामने आये है। पढाई में भले ही पीछे रह गयी हो लेकिन आज भी ऐसी महिलाये है जिन्होंने हार नहीं मानी, बल्कि अपने मजबूत इरादे और मेहनत के बल पर खुद को आत्मनिर्भर बनाया है.

आज हम ऐसी ही एक प्रेरणादायक महिला की कहानी बताने जा रहे हैं, जिन्होंने अपने लगन और मेहनत के बल पर कुछ कर के दिखाया है जो आपके अंदर भी एक जोश पैदा करेगी। खास कर उन महिलाओ के लिए, जो पढ़ी लिखी नहीं है और सोचती है की कुछ नहीं कर सकती है।

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Business Idea: पढ़ाई के लिए नहीं था 1 रुपया, अब दूसरों को दे रही हैं रोजगार

आज के बिज़नेस आइडियाज के लेख में हम जिस महिला की बात करने वाले उनका नाम अंजुम बानो है जो सुल्तानपुर की रहने वाली है। शुरुआत में अंजुम का जीवन पैसो के आभाव में बिता, जिसके कारण वे पढाई भी नहीं कर सकी।

अंजुम पढाई में अच्छी थी और चाहती थी की वे एक टीचर बने, पर उनका यह सपना सपना ही रह गया और पैसो की कमी के कारण उन हे मजबूरी में काम तलाशना पड़ा।

आज इसी Business Idea से बदल रही हैं अपनी और दूसरों की जिंदगी

आज अंजुम 10 महिलाओ का समूह बना कर चाय पत्ती के Business Idea पर काम कर रही है। इनके ग्रुप की महिलाये आस पास की है जो असम से चाय पत्ती मांगती है और पैकिंग करके बाजार में बेचती है।

इस काम अंजुम आज अच्छी कमाई करती है और अपने जीवन से साथ अन्य महिलाओ के जीवन में भी बदलाव लायी है। समूह हर महीने 50 किलो तक चाय पत्ती महीने में बना देती है।

काम के मुताबिक हर महिला को देती हैं मेहनत का पूरा पैसा

Business Idea: पढ़ाई के लिए नहीं था 1 रुपया, अब दूसरों को दे रही हैं रोजगार

अंजुम अपने समूह के बारे में बताती है की वे समय के महिलाओ को उनके काम के हिसाब से पैसे देती है। महिलाओ को जब भी समय मिलता है वे उतने समय आके काम करती है।

खास बात यह है कि आज उनकी मदद से कई महिलाओं को उनके घर पर ही रोजगार के अवसर मिल रहे हैं। इसकी बदौलत वे महिलाएं अब अच्छी आमदनी कमा रही हैं, वरना वे गांव में बेरोजगार ही रहतीं।

अब फिर से शुरू की अपनी अधूरी पढ़ाई

Business Idea: पढ़ाई के लिए नहीं था 1 रुपया, अब दूसरों को दे रही हैं रोजगार

जैसा की अंजूम पढ़ने में अच्छी थी और सपना था की आगे भी पढाई करे, लेकिन तब वो पैसे के तंगी के कारण नहीं कर पायी।

लेकिन अब अंजुम ने अपनी पढाई दोबारा शुरू कर दी है, जिसे उन्हें अपने Business को बढ़ा सके। साथ में अंजुम टीचर भी बनाना चाहती है जो उनके बचपन का सपना था।

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