लखनऊ (उत्तर प्रदेश)। आमतौर पर किसानों की कमाई गेहूं, धान या सब्जियों से सीमित मानी जाती है, लेकिन लखनऊ के पास कासिमपुर गांव के किसान आलोक सिंह ने इस सोच को बदल दिया है। आलोक पिछले कई वर्षों से स्ट्रॉबेरी की खेती कर रहे हैं और सिर्फ एक एकड़ जमीन से हर साल 8 से 10 लाख रुपये तक की कमाई कर रहे हैं।
भारत में स्ट्रॉबेरी की खेती अभी छोटे स्तर पर ही होती है, लेकिन बदलते समय के साथ अब कई राज्य इस लाभदायक खेती की ओर रुख कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और
झारखंड जैसे राज्यों में स्ट्रॉबेरी की खेती तेजी से लोकप्रिय हो रही है।
कैसे शुरू की खेती?
आलोक सिंह ने साल 2016 में स्ट्रॉबेरी की खेती की शुरुआत की थी। उनके पास खुद की 5 एकड़ जमीन है और 12 एकड़ जमीन किराए पर लेकर खेती करते हैं। एक एकड़ में वे स्ट्रॉबेरी उगाते हैं, जबकि बाकी जमीन पर टमाटर, ब्रॉकली, बींस जैसी सब्जियों की खेती करते हैं।
आलोक बताते हैं, “हर मौसम में अलग-अलग फसल उगाने से सालभर कमाई होती रहती है। लेकिन स्ट्रॉबेरी सबसे ज्यादा मुनाफा देती है।”
खेती की तैयारी ऐसे करते हैं
आलोक के मुताबिक स्ट्रॉबेरी की अच्छी पैदावार के लिए बुवाई सितंबर में करनी चाहिए और तैयारी जून से शुरू कर देनी चाहिए। खेत में गोबर की खाद, ढेंचा की बुवाई, खरपतवार हटाने की दवा और जैविक खाद का प्रयोग जरूरी होता है।
खेती के लिए बेड बनाने का भी खास तरीका होता है। तीन फीट चौड़े और 10 इंच ऊंचे बेड बनाए जाते हैं, जिन पर दोनों किनारों पर पौधे लगाए जाते हैं। एक एकड़ में लगभग 30,000 पौधे लगाए जाते हैं, जिनकी प्रति पौधा कीमत लगभग ₹10 होती है। हालांकि, आलोक के पास खुद की नर्सरी है, जिससे उनकी लागत और कम हो जाती है।
कैसी हो मिट्टी और मौसम?
स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त मानी जाती है। इसके लिए 5.5 से 6.5 pH वाली मिट्टी और 7 से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान आदर्श होता है। ठंडा मौसम इस फसल के लिए जरूरी है, इसलिए अधिकतर बुवाई सितंबर-अक्टूबर में की जाती है।
बढ़ रही है मांग
तेजी से बदलते खाद्य बाजार और हेल्दी फलों की बढ़ती मांग के चलते स्ट्रॉबेरी की मांग भी बढ़ी है। किसानों के लिए यह एक अच्छा मौका बन सकता है। आलोक सिंह जैसे किसान दिखा रहे हैं कि अगर सही जानकारी और मेहनत हो, तो खेती से लाखों की कमाई मुमकिन है।